हमारे देश में हमेशा ब्लास्ट होते रहते हैं, आज भी बनारस के घाटों पर ब्लास्ट हुए, लेकिन सरकार और प्रशासन ने वही घिसा-पिटा रवैया अपनाया, सरकार ने घटना की निंदा की और प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए, हमारे देश में अब तक इतने ब्लास्ट हो चुके हैं कि उनकी अब गिनती भी नहीं की जा सकती, लेकिन अब तक इनसे निपटने के लिए कोई कारगर उपाय नहीं किए गए, ब्लास्ट के बाद लोगों को दिखाने के लिए घटना की निंदा और जांच के आदेश के अलावे कुछ नहीं किया जाता, कभी कभी एक दो लोगों को पकड़ लिया जाता है, लेकिन बात दोषियों को पकड़ने की नहीं है, बल्कि एक सिस्टम की है, क्यों नहीं अब तक कोई कारगर उपाय किए गए ताकि ब्लास्ट को रोका जा सके, अमेरिका में एक ब्लास्ट हुआ पूरी दुनिया हिल गई अमेरिका ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था इतनी टाइट कर दी कि फिर ब्लास्ट नहीं हुए, लेकिन हमारे देश में हर ब्लास्ट के बाद बड़ी-बड़ी बाते होती हैं, लेकिन इनसे निपटने के लिए अब तक कोई कारगर उपाय सामने नहीं आया है और न ही आगे आने की उम्मीद है,
जय हिंद
मंगलवार, 7 दिसंबर 2010
अमर सिंह से पूछताछ क्यों नहीं ?
अमर सिंह ने कहा है कि यदि मुलायम सिंह कहें तो मैं उनके शासनकाल में हुए घोटालों और उनकी आय से अधिक संपति की पोल खोल दूं, वो भी कोर्ट में हलफनामा देकर, तो क्या अब इस मामले में सीबीआई को अमर सिंह से पूछताछ नहीं करनी चाहिए, शक के आधार पर तो अमर सिंह से पूछताछ बनता ही है, सीबीआई को अमर सिंह से मुलायम सिंह की आय से अधिक संपति के बारे में पूछताछ करनी चाहिए, यहां पर एक छोटी से घटना के बाद आरोपी के पूरे परिवार और उनके जाननेवालों को पुलिस उठा ले जाती है, लेकिन आय से अधिक संपति मामले में सीबीआई अमर सिंह से क्यों नहीं पूछताछ कर रही है, जब कि अमर सिंह खुद इस मामले के राज जानने की बात स्वीकार कर चुके हैं, क्या कोर्ट को इस पर सख्त रवैया अपनाना चाहिए
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